Bhavina Patel Biography In Hindi
नाम | भाविना हसमुख भाई पटेल |
उपनाम | भाविना |
जन्म | 6 नवंबर 1998 गुजरात |
भूमिका | पैरा टेबल टेनिस प्लेयर |
राष्ट्रीयता | भारत |
धर्म | हिंदू |
शिक्षा | ब्लाइंड पीपल्स एसोसिएशन |
शुर्खियो में आने का कारण | टेबल टेनिस फाइनल एट पैरालंपिक 2020 |
वर्ल्ड रैंक | 02 |
टोक्यो पैरालंपिक में भाविन पटेल ने महिला सिंगल्स के क्लास 4 में सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही वह पैरालंपिक में टेबल टेनिस में भारत की ओर से मेडल जीतने वाली पहली महिल खिलाड़ी बन गई है। फाइनल में अपनी जगह बना चुकी भाविना के पास गोल्ड मेडल जीतने का मौका था लेकिन चीन की खिलाड़ी यिंग के हाथो उन्हे हार का सामना करना पड़ा।
इससे पहले भाविना ने सेमीफाइनल मुकाबले में वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर 3 खिलाड़ी चीन की झांग जियाओ को 3 – 2 से हराकर इतिहास रच दिया है।
एक साल की उम्र में हुई पोलियो की शिकार
भाविना महज एक साल उम्र में ही पोलियो की शिकार हो गई थी। उनके माता पिता ने भाविना को इस बीमारी से निजात दिलाने के लिए विशाखापट्टनम में ऑपरेशन भी कराया लेकिन वह असफल रहा। इस मुश्किल घड़ी में भी भाविना ने खुद को एक सफल व्यक्ति बनाने की ठान ली। उन्होंने शौकिया तौर पर व्हील चेयर से ही टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया। और आगे चलकर इसी में एक विख्यात खिलाड़ी बनने की ठान ली। आज परिणाम हमारे सामने है।
प्रारंभिक जीवन
भाविना पटेल का जन्म 6 नवंबर 1998 में गुजरात के मेहसाना जिले में एक गुजराती परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम हसमुख भाई पटेल है। उनके परिवार में पिता, माता और एक बहन है। भाविन पटेल की शादी हो चुकी रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके पति एक खासे बिजनेसमैन है जो भाविन को खेल के प्रति काफी स्पोर्ट भी करते है।
भाविना ने अपनी शुरुआती ट्रेनिंग कोच ललन दोषी के साथ शुरू की थी। वह शुरुआत से ही टेनिस की एक जबरदस्त खिलाड़ी रही है। व्हील चेयर पर टेबल टेनिस खेलने वाली पटेल ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में कई स्वर्ण और रजत पदक जीते है।
थाईलैंड चैंपियनशिप से मिली पहचान
वह 2011 में आयोजित पीटीटी थाईलैंड टेबल टेनिस चैंपियनशिप में व्यक्तिगत श्रेणी में भारत के लिए रजत पदक जीतकर विश्व नंबर 2 की रैंकिंग पर पहुंच गई और 2013 एशियन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में महिला एकल वर्ग में कक्षा 4 में रजत पदक जीता।
साल 2017 में भाविना ने चीन में होने वाली अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ एशियाई पैरा चैंपियनशिप में भाग लिया और अपने खिलाफ खेल रहे खिलाड़ी को 3- 0 से मात देकर ब्रोंज मेडल अपने नाम किया।
इतनी उपलब्धियां हासिल करने के बाद भी भाविना नए नए रिकॉर्ड्स अपने नाम करती गई। साल 2020 में आयोजित ओलंपिक खेल में सेमीफाइनल में विश्व नंबर 2 खिलाड़ी को हराकर भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता।
भाविना पटेल की उपलब्धियां
भाविना पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय है और वह पैरालंपिक खेलों में पदक हासिल करने वाली भी पहली महिला है। भाविना का कहना है की पैरालंपिक में भाग लेना उनका हमेशा से सपना रहा है।
वर्ष | उपलब्धि |
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2011 | रजत पदक (PTT थाईलैंड टेबल टेनिस चैंपियनशिप) |
2013 | रजत पदक (महिला एकल वर्ग 4) |
2017 | कांस्य पदक (अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस चाइना) |
2020 – 21 | रजत पदक (टोक्यो पैरालंपिक) |
भाविना पटेल नेट वॉर्थ
भाविना पटेल का नेट वॉर्थ लगभग 15 लाख भारतीय रुपए के आस पास है। यह प्रतिमाह लगभग 30,000 से 45,000 कमा लेती है। टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद गुजरात सरकार ने उन्हें 3 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है।
भाविना पटेल की संघर्ष की जीवनी आपको कैसी लगी कृपा कॉमेंट के माध्यम से जरूर बताए ।