गुरु की शिक्षा – बिल्ली कभी मत पालना। Best Moral Story In Hindi

Moral Story In Hindi- एक बार एक शिष्य ने अपने गुरु से शिक्षा ली तो शिष्य ने कहां, की दीक्षा के समय कुछ ऐसा बताईए जो मैं सदा याद रखु ? गुरु ने कहां, एक बात का हमेशा ख्याल रखना: बिल्ली कभी मत पलना।

भाविना पटेल की संघर्ष की कहानी। Bhavina Patel Biography In Hindi

Bhavina Patel Biography In Hindi – टोक्यो पैरालंपिक में भाविन पटेल ने महिला सिंगल्स के क्लास 4 में सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही वह पैरालंपिक में टेबल टेनिस में भारत की ओर से मेडल जीतने वाली पहली महिल खिलाड़ी बन गई है।

के एल राहुल जीवनी, रिकार्ड्स, कमाई। KL Rahul Biography In Hindi

KL Rahul Biography In Hindi- के एल राहुल का जन्म 18 अप्रैल 1992 में कर्नाटक के बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा एन आई टी के अंग्रेजी मीडियम स्कूल, सूरत से प्राप्त की है। उनका पूरा नाम कन्नानूर लोकेश राहुल है।

रोहित शर्मा जीवनी, रिकार्ड्स, कमाई। Rohit Sharma Biography In Hindi

Rohit Sharma Biography In Hindi- रोहित शर्मा का जन्म 30 अप्रेल 1987 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था। एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी है। रोहित मुख्य रूप से सलामी बल्लेबाज के रूप में जाने जाते है।

गुरु की तीन कढ़वी बाते शिष्य के लिए बनी वरदान। Best Guru Shishya Story In Hindi

Guru Shishya Story In Hindi- एक ज्ञानी साधू का एक शिष्य था, जो स्वभाव में बहुत ही बोला और नासमझ व्यक्ति था। शिष्य अपने गुरु का आदर सम्मान बड़ी ही निष्ठा और तहे दिल से करता था, किंतु फिर भी वह अपने गुरु की कुछ बातों को नजरअंदाज कर देता।

विराट कोहली जीवनी, रिकार्ड्स, कमाई – Virat Kohli Biography in Hindi

Virat Kohli Biography in Hindi- विराट कोहली का जन्म दिल्ली में 5 नम्बर 1988 को हुआ था। उनके माता और पिता सरोज कोहली और प्रेमजी है। उनका अपना भाई, विकास और एक बड़ी बहन, भावना है।

गुरु बना शिष्य। हिंदी कहानी। Best Hindi Inspirational Story। Guru Bna Shishya Hindi Story

Guru Bna Shishya Hindi Story- एक बार एक महान गुरु जुन्नैद एक गांव से गुजर रहा था। वह बड़ा पंडित था, बड़ा जानकार था। और जानकारों की बड़ी मुसीबत है कि वे जानते है…….

आस्तिक पिता और नास्तिक बेटे की कहानी। Best Short Story In Hindi

Short Story In Hindi- ऐसा हुआ की बंगाल में एक बहुत बड़ा ज्ञानी हुआ। भट्टोजी दीक्षित उस ज्ञानी का नाम था। ऐसे तो वह बड़ा व्याकरण का ज्ञाता था और जीवन भर उसने कभी प्रार्थना न की। वह साठ साल का हो गया। उसके पिता नब्बे के करीब पहुंच रहे थे।